रविवार, 16 दिसंबर 2012

आओ समय के साथ चले ...


मित्रों, देखते ही देखते पुराना साल बीत जाने को और नए साल की शुरुवात होने को है ! बस कुछ ही दिन शेष रह गए है नए साल के आगमन में ! स्टार होटलों में अभी से बुकिंग हो रही है नए साल के आने की ख़ुशी में, लोग जश्न मनाने की तैयारियाँ कर रहे है ! हर साल हम भी अपने नाते,रिश्तेदारों,मित्रों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकानाएं देते है ताकि, उनके जीवन में सब कुछ अच्छा ही अच्छा हो ! लेकिन समय को कुछ और ही मंजूर होता है साल के यह दिन किसी के जीवन में खुशिया ही खुशिया लेकर आते है तो किसी के जीवन में दुखद गुजर जाते है ! हर मनुष्य चाहता है कि, उसके जीवन का हर पल,हर दिन, हर साल सुखद रूप में भोगे पर समय के सामने मनुष्य कितना बेबस और विवश है ... अपने अपने कर्म का फल भोगने के लिए ! कहते है ना ..."डाल से टूटे हुए पत्ते पुना डाल पर नहीं लगते ना ही नदी की धारा में बह गया पानी वापिस नहीं लौटता " ! ऐसे ही अच्छा बुरा जो भी समय गुजर गया वह वापिस नहीं लौटता ! इसीलिए विवेकी मनुष्य समय को नष्ट नहीं करते उसका सदुपयोग कर लेते है ! बहुत बार हम कल की खुशियों के लिए आज अभी की छोटी छोटी खुशियों को नजर अंदाज कर देते है  ...छोटी छोटी खुशियों को इकठ्ठा करने में ही जीवन का सार है ! हमारे पास सिर्फ यही तो एक पल है पूंजी के रूप में, इसे व्यर्थ गंवाने की बजाय  जो इस पल को ख़ुशी से जीने की कला जानता है उसे नए साल का इंतजार नहीं करना पड़ता,  जिसका पूरा साल पुराना बीता हो उसका एक दिन नया कैसे हो सकता है ? सोचने जैसी बात है न ? वर्तमान पल और उस पल के महत्व को न समझ पाने के कारण ही नए वर्ष में हम नए दिन की कामना करते है !

समय का चक्र अविराम गति से चलता रहता है उसे कोई रोक नहीं सकता हर परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए अडिग रहे ! परिस्थितियों को हम बदल नहीं सकते पर खुद को उनके अनुकूल बना कर आगे बढ़ा जा सकता है ! दुनिया को बदलने का ठेका हमने नही लिया है समय के अनुरूप हम बदले तो यही बहुत है ! जब तक जीवन है संघर्ष भी है जीवन कायर व्यक्तियों के लिए नहीं है चुनौतियों से लढ़ने से आत्मशक्ति बढती है क्यों न हम भी इस पल में जीकर समय का सदुपयोग करे अपना समय अच्छे कार्यों में लगायें, आओ समय के साथ चले ....!!

9 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही सुन्दर रचना.बहुत बधाई आपको .

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  2. @ जीवन कायर व्यक्तियों के लिए नहीं है...
    सच यही है , जब तक आखिरी सांस है, हँसते हुए जीना है !
    शुभकामनायें !

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  3. ! ऐसे ही अच्छा बुरा जो भी समय गुजर गया वह वापिस नहीं लौटता ! इसीलिए विवेकी मनुष्य समय को नष्ट नहीं करते उसका सदुपयोग कर लेते है
    सुंदर सार्थक बात ....शुभकामनायें ...

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  4. बहुत सारगर्भित और सार्थक आलेख...शुभकामनायें!

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  5. जीवन जीने के लिए है उसका पल पल सदुउपयोग करना चाहिए,,
    बेहतरीन अभिव्यक्ति,,,,,

    recent post: वजूद,

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  6. "बहुत बार हम कल की खुशियों के लिए आज अभी की छोटी छोटी खुशियों को नजर अंदाज कर देते है .."

    बहुत सारवान बात कही आपने, शुभकामनाएं.

    रामराम

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  7. सच है, जीवन है तो संघर्ष भी है, चलते जाना है!

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